मुझे भी सिखा दो भूल जाने का हुनर मैं थक गया हूँ हर लम्हा हर सांस तुम्हे याद करते करते

आज सारा दिन उदास गुजर गया, अभी रात की सजा बाकि है....

My biggest problem is overthinking everything

उसका वादा भी अजीब था कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे मैंने भी ये नहीं पुछा की मोहब्बत के साथ या यादों के साथ..!!

बहुत लड़ी मैं तुमसे पर तुम्हारी यादों से हार गई |

मेरी मोहब्बत की कातिल मेरी ग़रीबी ठहरी उसे ले गए ऊँचे मकाँ वाले....!

तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे, मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया..!!🥺🥺

हादसे कुछ दिल पे ऐसे हो गए , हम समुन्दर से भी गहरे हो गए

We’re all weak for someone

अजब पहेलियाँ हैं हाथों की लकीरों में सफ़र ही सफ़र लिखा हैं हमसफ़र कोई नहीं |

छोड़ कर जाने वाले क्या जानें , यादों का बोझ कितना भारी होता है ...

Every night i sit at home alone, wondering whether you are thinking of me too.

“जो रहते हैं दिल में, वो जुदा नही होते, कुछ अहसास लफ़्ज़ों में बयान नही होते

बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी..पहले पागल किया.. फिर पागल कहा.. और फिर पागल समझ कर छोड़ दिया

my heart feels heavy but thats okay

कैसे कह देते हैं लोग रात गई बात गई, यहां जमाने गुज़र जाते हैं दिल पर लगी बात को भुलाने में |

बहोत याद आते हो तुम, दुआ करो,मेरी याददाश्त चली जाये..!

हजारो चेहरों में उसकी झलक मिली मुझको.. पर. दिल भी जिद पे अड़ा था कि अगर बो नहीं , तो उसके जैसा भी नहीं।

चैन से गुज़र रही थी ज़िन्दगी,और फिर तुम मिल गए!

नुक्स निकालते है वो इस कदर हम मे , जैसे उन्हे खुदा चाहिए था और हम इंसान निकले 😔

Why do people keep on hurting me like I'm one of their toys?

कोई पूछेगा तो सुबह का भूला कह देंगे, तुम आओ तो सही,हम शाम को सवेरा कह देंगे

सुना था हमने दर्द अक्सर बेदर्द लोग देते हैं मगर हमारी दुनिया उजाड़ी है एक मासूम चेहरे ने

"अकेले कैसे रहा जाता है , कुछ लोग यही सिखाने हमारी जिंदगी मे आते है

बड़ी कश्मोकश है इन दिनो ज़िन्दगी में...किसी को ढूंढते फिर रहे हैं हर किसी में....

I feel empty when you're not with me.

Remember when i said i am fine? Yeah, I lied.

Sometimes, letting go is the best thing you can do

You should step in my shoes and walk a mile. Then maybe you'll see how hard it is to hold back tears and fake a smile.

ख्वाहिश थी उस रिश्ते को बचाने की… और बस इक यही वजह थी मेरे हार जाने की…