अजीब तरह से गुजर गयी मेरी जिंदगी, सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ।

मोहब्बत तोह आज भी करते है, लेकिन तू बे -खबर है, कल की तरह.

काश वो भी आकर हम से कह देमैं भी तन्हाँ हूँ ,तेरे बिन, तेरी तरह , तेरी कसम , तेरे लिए !

No one stays with you permanently so learn to survive alone.

शिकायत जिन्दगी से नहीं , उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है .

जो होकर भी ना हो.. उसका होना कैसा... नाम के रिश्तों से शिकवा कैसा..रोना कैसा....

अजीब खेल है ये मोहब्बत का किसी को हम न मिले कोई हमें ना मिला |

कभी ये मत सोचना की याद नहीं करते , हम रात की आखिरी और सुबह की पहली सोच हो तुम

I miss you a lot, but it's okay. I'm fine

उदास छोड़ गया वो मुझको , खील उठता था मैं जिसके मुस्कुराने से ..!!

यकीनन मुझे तलाशती हैं तेरी आँखें....ये बात अलग है,, तुम ज़ाहिर नही होने देते...

वो बोलते रहे, हम सुनते रहे - जबाब आँखों में था , वो लफ्जों मे ढूढते रहे

i break my own heart by caring too much

क्यूँ उदास बेठे हो इस तरहा अंधेरे मैं, दुःख कम नहीं होते रौशनी बुझाने से

मैंने उस शख्स को कभी हासिल ही नहीं किया, फिर भी हर लम्हा लगता है कि मैंने उसे खो दिया…..!

एक नफरत ही हैं जिसे दुनिया चंद लम्हों में जान लेती हैं…वरना चाहत का यकीन दिलाने में तो जिन्दगी बीत जाती हैं ।

दास्तां सुनाऊं और मज़ाक़ बन जाऊँ बेहतर है मुस्कुराऊं और ख़ामोश रह जाऊँ

अब मुझे रास आ गई है तन्हाइयाँ... आप अपने वक़्त का अचार डाल लिजिये

Reading Old Messages And Wondering Where It All Changed.

Just sleep when it's hurt

कैसे गुज़र रही है सब पूछते है , कैसे गुजारता हु कोई नहीं पूछता |

I don't regret my past. I just regret the time I've wasted with the wrong people.

We may Forget the person but memories stay there forever

परेशान करते थे मेरे सवाल तुमको.. तो बताओ पसंद आयी खामोशी मेरी....

मै तब भी अकेला नहीं था, नहीं आज भी हु, तब यारो का काफिला था, आज यादो का कांरवा है

it hurts but i’ll never show that im hurt

जिन्हें नींद नहीं आती उन्हीं को मालूम है सुबह आने में कितने जमाने लगते हैं

बहुत मन करता है हसने का, पर किसी की कमी रुला देती है

जब दिल गैरो मैं लग जाए तब अपनों मैं खामिया नजर आने लगती है

Apno ko jab apne kho dete hain tanhaiyon me aksar wo ro dete hain, kyu palkon par rakhte hain log unko,jo in palkon ko hamsha aansuon se bhigo dete hain.