A friend is someone who knows all about you and still loves you.

Keep love in your heart. A life without it is like a sunless garden when the flowers are dead.

When we are in love we seem to ourselves quite different from what we were before.

अगर कोई शख्स आपको सुबह उठते ही और सोने से पहले याद करता है तो यकीनन आप उसके लिये “बहुत खास” हो

चाहे कितनी भी बातें कर लो.. Chatting से, पर दिल की तलब पूरी होती हैं, जब तुम्हें देखूँ आँखो के सामने.#

Love will find a way through paths where wolves fear to prey

अच्छा लगता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ जैसे कोई सुभा जुडी हो किसी हसीन शाम के साथ!

One word frees us of all the weight and pain of life: That word is love.

You know it's love when all you want is that person to be happy, even if you're not part of their happiness.

The more one judges, the less one loves.

तेरी मेरी Love Story ऐसी हो Id तेरी हो मगर Dp मेरी हो

Love does not dominate; it cultivates.

The way to love anything is to realize that it may be lost.

ना चाहा था कभी कुछ, तुम्हें चाहने से पहले , तुम मिल जो गए, खवाइशें पूरी हो गई….

The most important thing in life is to learn how to give out love, and to let it come in.

We are shaped and fashioned by what we love.

A kiss is a lovely trick designed by nature to stop speech when words become superfluous.

तुम कुछ भी सोचो मेरे बारे में,, पर ये दिल तुम्हें याद किये बिना धड़क नहीं सकता,,

हमेशा उस इंसान के करीब रहो जो तुम्हे खुश रखे लेकिन उस इंसान के और भी करीब रहो जो तुम्हारे बगैर खुश न रह पाए

सिर्फ इक पल और ज़िन्दगी पूरी. साथ बस तू और कुछ नहीं ज़रूरी..

तुम्हें एहसास ही नही कितना इश्क़ है तुमसे बस रोज थोड़ा और तुमसे जुड़ते जाते हैं हम.

ऐ दिल जरा धीरे से धडकना कहीं चोट ना लग जाये उसे जो इस दिल में रहता है

चंद लम्हों की मुलाकात# से क्या होगा दिल तो करता है तुझे पास ही बिठाये रखूँ.

तुम्हारा ख्याल मेरे मन से जाये भी….तो जाये कैसे, कि तुम मेरे ख्याल के… ख्यालों में भी शामिल हो !! Love You

मैं इश्क़ हूँ , तू ज़िद्द है , मैं तुझमें हूँ , तू मुझमें है !!

ना जाने इतनी मोहब्बत कैसे हो गयी तुमसे, जब जब तुम्हे देखता हूँ और कुछ देखने का मन ही नहीं करता !

सुन बस एक ही ख्वाहिश है,की तुझे खुद से ज्यादा चाहूँ, मैं रहू या ना रहू मेरी वफ़ा हंमेशा याद रहेगी।

सुन तो,ज़रा तेरी हर मीठी यादें मेरी आँखों में बसी हैं,” और ये तब तक रहेंगी,जब तक ये आँखे खुली हैं

मेरी एक ही जान है और वो भी बहुत ज्यादा शैतान है!

सुन पगली, तुम्हारी फ़िक्र हैं ‘शक’ नहीं, तुम्हें कोई और देखे ये किसी को हक़ नहीं,