बैठ जाता हूं मिट्टी पर अक्सर...मुझे मेरी औकात अच्छी लगती है... 🙏🙏💪

जो होगा देखा जाएगा पर उठाया कदम अब पिछे नही हटेगा!

जो इज़्ज़त देगा उसी को इज़्ज़त मिलेगी, हम हैसियत देखकर सर नहीं झुकाते..

हम आज भी शतरंज़ का खेल अकेले ही खेलते हे , क्युकी दोस्तों के खिलाफ चाल चलना हमे आता नही

मिट्टी के बने है साहब, घमंड हमे जचता नहीं 💯

नज़रअंदाजी का बड़ा शौक था उनको, हमने भी तोहफे में उनको उन्ही का शौक दे दिया

मैं जो हूँ सो हूँ लोगो की सोच से मुझे घण्टा भी फर्क नही पड़ता |🖕🖕

नाराज़ है तो नाराज़ ही रहने दो किसीके पैरों में गिरकर जिना हमें नहीं आता

मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना, क्युंकी…मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे…...!

वो दौर ही बीत गया जब सब कुछ लुटा कर हम तुम्हे पाना चाहते थे , अब तुम मुफत में भी मिलो तो भी कबूल नहीं हो !

I'm no longer afraid of losing people who aren't afraid of losing me too

कातिलों की महफ़िल में गुनेगार कौन है हमसे मत पूछिये ईमानदार कौन है

मेरी सोच और मेरी पहचान, दोनों ही तेरे औकात से बाहर है!

खिलाड़ी अगर टक्कर का हों, तभी खेलने में मज़ा आता है |💪👑

पल पल रंग बदलती है दुनिया और लोग पूछते है होली कब है |

जो मेरा होता है उस पर किसी का हक़ तो क्या नज़र तक बर्दाश्त नहीं करती मै

चाहने वाले हज़ार हैं मेरे, ये दो चार दुश्मनों से फर्क नहीं पड़ता मुझे..!!

बाप की चप्पल पहनने से, बेटा बाप नहीं बन जाता!😊

हा अमीर तो नहीं हूं में पर जमीर ऐसा है जिसकी कभी बोली नहीं लग सकती

दोस्ती भी वही अच्छी होती है जहा कुछ बोलने से पहले सोचना ना पड़े।

कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️

बदनामी से डरते है साहब बदमाशी से नहीं..

शौक पूरे करो जिंदगी तो, एक दिन खुद पूरी हो जाएगी..!!💯

दहशत आँखो में होनी चाहिए हतियार तो चौकीदार भी रखते है

“बात” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई “बात” होती है..!

बचपन से ही शौक था अच्छा इंसान बनने का, लेकिन बचपन खत्म और शौक भी खत्म.😎

बुरे हैं ह़म तभी तो ज़ी रहे हैं.. अच्छे होते तो द़ुनिया ज़ीने नही देती

The only sensible way to live in this world is to live without rules.

तुम सिर्फ मेरे हो अब इससे प्यार समझो या क़ब्ज़ा

मुझे समझने के लिये ! आपका समझदार होना ज़रूरी है !!"