किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते हो यार,मैंने कहा … खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा करते है
एक सुकून सा मिलता है….तुझे सोचने से भी…. फिर कैसे कह दूँ…मेरा इश्क़ बेवजह सा है….